Published on May 26, 2021 by Just Prep Raj |
Last Updated on March 15, 2023 by Just Prep Raj
मेला/उर्स
शीतला माता मेला, चाकसू – चैत्र कृष्ण अष्टमीमेहन्दीपुर बाला जी मंदिर – होली, दशहरा, बालाजीपुष्कर मेला – हनुमान जयन्ति कार्तिक शुक्ला एकादमी से पूर्णिमाचौथ माता मैला चैथ का वरवाड़ा – माघ कृष्णा चतुर्थीगणेश जी मेला,रणथम्भोर – भाद्रपद शुक्ल चतुर्थीखेजड़ली शहीद मेला,खेजड़ली – भाद्रपद शुक्ल पंचमीरामदेवरा मेला, रामदेवरा – भाद्रपद द्वितथा से ग्यारसकपिल मुनि मेला, कोलायत – कार्तिक पूर्णिमाजम्भेश्वर मेला, मुकाम – फाल्गुन व आश्विन तालवा,अमावश्यानाकोड़ा जी मेला, नाकोड़ा बाड़मेर – पौष कृष्णा दशमीनक्की झील मेला, माउट आबू – वैशाखं पुर्णिमा, बुद्ध पूर्णिमाचारभुजा जी मेला, चारभूजा – भाद्रपद मासगणगौर मेला, जयपुर – चैत्र शुक्ल पक्ष तृतीयागोगा जी मेला, गोगामेड़ी – भाद्रपद मास कृष्ण नवमीत॰ नोहर जिला हनुमानगढकल्याण जी मेला, डिग्गी – भाद्रपद एकादशीखाटू श्याम जी मेला,खाटू – फाल्गुन शुक्ला 11 व 12अक्षय तृतीय मेला सम्पूर्ण राज्य – वैशाख शुक्ला तृतीयाघुश्मेश्वर का मेला, शिवाड़ [सवाई माधोपुर] – राज्य के गोतमेश्वर महादेव मेले मे पुलिस वर्दी मे नहीं जा सकती।आमेर पशु मेला, आमेर – आश्विन कृष्णा ग्यारस से शुक्ला एकमग्यारस का रेवाड़ी का मेला – डूंगरपुर12 भाईयो का मेला – बाड़ी [धोलपुर]भोजन थाली मेला – कामां [भरतपुर]पूर्वी राजस्थान का कुम्भ – कैलादेवी मेलाभीलों का सबसे बड़ा मेला – वेणेश्वर मेलासांवलिया सेठ का मेला – मण्डाफिया [चित्तोड़]ख्वाजा साहब का उर्स – अजमेरनरहड़ के पीर का उर्स – झुझुनूपंजाबशाह का उर्स – अजमेर [ढाई दिन का झौपड़ा]गलिया कोट का उर्स – डूँगरपुरगागरोन का उर्स – गागरोन [झालावाड]राजस्थान का सबसे बड़ा मेला – पुष्करकिस मेले के दर्शनार्थियों को जायरीन कहा जाता है – उर्स मेला।कोलायत मेले का प्रमुख आकर्षण है – दीपदानबूँदी का कजली तीज का मेला काफी प्रसिद्ध है।सहरिया जनजाति के लोग अपने जीवनसाथी का चयन मेले मे करते है।रामदेव जी के मेले मे मेघवाल जाति की महिलाऐं तेरहताली नृत्य करती है।
त्यौहार
हरियाली अमावस्या – श्रावण अमावस्याछोटी तीज/श्रावणी – श्रावण शुक्ल तृतीयानगपंचमी – श्रावण शुक्ल पंचमीरक्षाबंधन – श्रावण पूर्णिमाबड़ी तीज/सातुड़ी तीज – भाद्रपद कृष्ण तृतीयाउब/हल छट – भाद्रपद कृष्ण षष्ठमीगोवर्धन पुजा – कार्तिक शुक्ल प्रतिपदाआंवला नवमी – कार्तिक शुक्ल नवमीछेव उठनी ग्यारस – कार्तिक शुक्ल एकादशीमकर सक्रंाति -माघ कृष्ण प्रतिपदातिल चैथ – माघ कृष्ण चतुर्थीमौन अमावस – माघ अमावस्याबंसत पंचमी – माघ शुक्ला पंचमीमहाशिवरात्री – फाल्गुन कृष्ण चंतुर्दशीढूँढ – फाल्गुन शुक्ल एकादशीहोली – फाल्गुन पूर्णिमाधुलंडी – चैत्र कृष्ण प्रतिपदाघुड़ला उत्सव – चैत्र कृष्ण अष्टमीशीतलाष्टमी – चैत्र कृष्ण अष्टमीनवसंवत्सर/गुडी पड़वा – चैत्र शुक्ल प्रतिपदासिंजारा – चैत्र शुक्ल ़िद्वतीयागणगौर – चैत्र शुक्ल तृतीयारामनवमी – चैत्र शुक्ल नवमीअक्षय तृतीया – वैशाख शुक्ल तृतीयाकृष्ण जन्माष्टमी – भाद्रपद कृष्ण अष्टमीगोगा नवमी – भाद्रपद कृष्ण नवमीबछ बारस – भाद्रपद कृष्ण द्वादशीगणेश चतुर्थी – भाद्रपद शुक्ल चतुर्थीऋषि पंचमी – भाद्रपद शुक्ल पंचमीजल झुलनी ग्यारस – भाद्रपद शुक्ल एकादशीअनंत चतुर्दशी – भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशीश्राद्धपक्ष – अश्विन कृष्ण एकम से अमावस्यानवरात्रा – अश्विन शुक्ल एकम् से नवम् तकदशहरा – अश्विन शुक्ल दशमीशरद पूर्णिमा – अश्विन पूर्णिमाकरवा चैथ – कार्तिक कृष्ण चतुर्थीअहोई अष्टमी – कार्तिक कृष्ण अष्टमीतुलसी एकादेशी – कार्तिक कृष्ण एकादशीधन तेरस – कार्तिक कृष्ण त्रयोदशीरूप चतुर्दशी – कार्तिक कृष्ण चतुर्दशीदिपावली – कार्तिक अमावस्याम्हावीर/गौतम बु़द्ध जयंति – वैशाख पूर्णिमानिर्जला एकादशी – ज्येष्ठ शुक्ल एकादशीदेवशयनि एकादशी – आषाढ शुक्ल एकादशीगुरू पूर्णिमा – आषाढ पूर्णिमापर्यषण पर्व – भाद्रपद मे पड़ने वाला जैन पंथ का एक महत्वपूर्ण त्यौहार।मुसलमानों द्वारा ईद ऊल जुहा [बकरीद] पर्व जिल्हिज माह की दसवीं तारीख को मनाया जाता है।मोहम्मद साहब की मुक्ति के दिवस मे उपलक्ष्य मे शाबान मास की 14 वीं तारीख को शब्बे बारात त्यौहार मनाया जाता है।गुड फ्राईडे त्यौहार ईसाई धर्म मे ईसा मसीह के मृत्यू से संबंधित हैं।गुरू इब्राहिम के पुत्र इस्माइल की कुर्बानी की याद में मनाया जाने वाला त्यौहारहै – ईदुल – जुहा [बकरीद]25 दिसम्बर ईसा मसीह का जन्म दिवस है।
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