मैंग्रोव वन | MANGROVE FOREST | RAS | PRE| MAINS
मैंग्रोव वन
मैंग्रोव ऐसे तटीय वृक्ष अथवा झाड़ियाँ है जो लवणीय जल के प्रति सहनशील होते है ये स्प्रिंग ज्वर के उच्च जल स्तर से नीचे उगती है जहाँ पोषक तत्वों की अधिकता होती है |
विशेषताएँ –
- लवणता व जल प्लावन के प्रति अनुकूलन की उच्च क्षमता |
- ज्वार-भाटा, डेल्टा, ज्वारनदमुख, संकरी खाड़ी पर उगने वाली सदाबहार वनस्पति |
- श्वसन के लिए मूल जडो का प्रयोग करते है |
- पत्तियों के माध्यम से अतिरिक्त लवणों का उत्सर्जन कर देते है अथवा जडो से ही लावन के अवशोषण को अवरुद्ध कर देते है |
- मैंग्रोव बाढ़ को रोकते है तथा तटीय मृदा के अपरदन को रोकते है व पोषक तत्वों के पुनर्चक्रण में वृद्धि करते है |
- कुछ मैंग्रोव पौधों द्वारा सूर्य से आने वाली पैराबैंगनी किरणों का अवशोषण भी करते है |
मैंग्रोव की उपयोगिता :-
- तूफान, चक्रवाती पवनो, लहरों तथा बढ़ से तटरेखा की रक्षा करते है तथा प्रदूषको के शोधन के माध्यम से जल की गुणवत्ता व स्वच्छता को बनाए रखते है |
वाणिज्यिक मत्स्यपालन के लिए नर्सरी आवास प्रदान करते है |
- भारतीय मैंग्रोव समिति (1976) की स्थापना के बाद समिति ने 15 मैंग्रोव क्षेत्रों को सरंक्षण हेतु चिन्हित किया है इस कार्य में अन्तरराष्ट्रीय संगठनों जैसे IUCN-UND की सहायता ली जा रही है |
भारत में मैंग्रोव :-
- भारत में विश्व के सबसे विशाल मैंग्रोव वन पाये जाते है |
- ओडिशा का भीतरकणिका मैंग्रोव भारतीय उप-महाद्वीप में दूसरा सबसे बड़ा मैंग्रोव क्षेत्र है |
- सुंदरवन मैंग्रोव क्षेत्र बंगाल टाइगर तथा मगरमच्छो का प्राकृतिक आवास है |
- गुजरात में कच्छ की खाड़ी तथा कोरी क्रीक में मैंग्रोव पाये जाते है |
भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार मैंग्रोव वन :-
- भारत में मैंग्रोव वन 4,992 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में है जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का15% है |
- 2019 के आकलन के तुलना में मैंग्रोव क्षेत्र में 17 वर्ग कि.मी. क्षेत्र की वृद्धि हुई है |
- देश में सर्वाधिक मैंग्रोव आच्छादित राज्य / केन्द्रशासित प्रदेश – पश्चिम बंगाल (42.33%), गुजरात (23.54%), अंडमान निकोबार (12.34%) तथा आंध्रप्रदेश (8.11%)
Frequently Asked Questions
Q.01 मैंग्रोव वन भारत में कहाँ कहाँ पाए जाते हैं?
Ans: पश्चिम बंगाल में भारत के मैंग्रोव कवर का कुल 42.45% है, इसके बाद गुजरात में 23.66% और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 12.39% है। पूरे देश में, गुजरात ने 37 वर्ग किमी के मैंग्रोव वन क्षेत्र में अधिकतम वृद्धि दिखाई है। पश्चिम बंगाल में सुंदरवन दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन क्षेत्र है।
Q.02 मैंग्रोव वन कौन से वृक्ष पाए जाते हैं?
Ans: विश्व में चार मुख्य प्रकार के मैंग्रोव वृक्ष पाए जाते हैं – लाल मैंग्रोव, काले मैंग्रोव, सफेद मैंग्रोव और बटनवुड मैंग्रोव। लाल मैंग्रोव वनस्पति की श्रेणी में वे पौधे आते हैं जो बहुत अधिक खारे पानी को सहन करने की क्षमता रखते हैं तथा समुद्र के नज़दीक उगते हैं। राइज़ोफोरा प्रजाति के वृक्ष इसी श्रेणी के अन्तर्गत आते हैं।
Q.03 भारत में सबसे बड़ा मैंग्रोव वन है?
Ans: सुंदरवन मैंग्रोव वन , दुनिया के सबसे बड़े जंगलों में से एक (140,000 हेक्टेयर), बंगाल की खाड़ी में गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदियों के डेल्टा पर स्थित है। यह 1987 में खुदाए गए भारत के सुंदरवन विश्व धरोहर स्थल की सीमा से सटा हुआ है।
Q.04 मैंग्रोव वन कैसे बनते हैं?
Ans: मैंग्रोव वन मुहानों वाली नदियों के किनारे बनते हैं। वे आधार जड़ों और हवाई तनों के घने झुरमुट बनाते हैं, जो बदले में तलछट को फंसाते हैं और उथले मिट्टी के फ्लैटों और डेल्टा क्षेत्रों को समुद्र की ओर ले जाते हैं। कीचड़, तने और जड़ें मैंग्रोव में भ्रमण को कठिन बनाते हैं, एक वास्तविक जैविक साहसिक कार्य।